motivational story in hindi
motivational story in hindi inspirational stories in hindi जो अपने जीवन-रथ की डोर भगवान के हाथ में सौंप देते हैं उनकी लौकिक तथा परमार्थिक विजय निश्चित है Motivational Mahabharat Story महाभारत का युद्ध निश्चित हो गया था दोनों पक्ष अपने-अपने सहायकों को एकत्र करने में लग गए थे इसी क्रम में एक दिन दुर्योधन भगवान श्री कृष्ण के पास युद्ध में सहायता मांगने हेतु पहुंचे . जो अपने जीवन-रथ की डोर भगवान के हाथ में सौंप देते हैं उनकी लौकिक तथा परमार्थिक विजय निश्चित है Motivational Mahabharat Story श्री कृष्ण उस समय विश्राम कर रहे थे. दुर्योधन उनकी सैया के सिरहाने बैठ गए. तभी अर्जुन भी इसी उद्देश्य से श्री कृष्ण के पास पहुंचे. वह उन्हें सोया हुआ देखकर उनके चरणों के पास खड़े हो गए. जागने पर श्री कृष्ण ने अपने सम्मुख अर्जुन को देखा और उनके आने का उद्देश्य पूछा. दुर्योधन तुरंत बोले - ‘ वासुदेव! पहले मैं आया हूं .’ तब जनार्दन ने पीछे देख कर प्रयोजन से आने का कारण पूछा. दुर्योधन ने और फिर अर्जुन ने दोनों ने अपने आने का उद्देश्य श्रीकृष्ण को बताया. इस पर श्री कृष्ण बोले-’ मैं इस युद्ध में शस्